पटना : परिवार जैसी संस्था को टूटने से बचाने के लिए जमाअते इस्लामी हिन्द देशभर में काउंसिलिंग सेंटर की स्थापना करेगी। साथ ही परिवार को एकजुट रखने के लिए फैमिली कोर्सेज भी चलाएगी। जमाअत के राष्ट्रीय अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने पटना में इस बात की जानकारी दी। उन्होंने ने बताया कि जमाअत ने 19 से 28 फरवरी के बीच दस दिवसीय देशव्यापी अभिायान ‘सशक्त परिवार सशक्त समाज’ चलाया था, जिसे सभी धर्म और वर्ग के लोगों ने अपना समर्थन दिया। हुसैनी ने कहा कि कई कारणों से आज सामाजिक मूल्यों में गिरावट हो रही है। इस कारण से परिवार में बिखराव देखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि सामाजिक मूल्यों को पुनर्जीवित करने की जरूरत है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि अभियान के प्रभावों का विश्लेषण किया जा रहा है। इसके बाद आगे की रणनीति तैयार की जाएगी।
जमाअते इस्लामी हिन्द के उपाध्यक्ष इंजीनियर एस अमीनुल हसन ने कहा कि पहले के जमाने में नानी-दादी हुआ करती थीं जो बच्चों के शिक्षा-दीक्षा देखभाल करती थीं। अब बच्चे क्म्प्यूटर, स्मार्टफोन और सोशल मीडिया के हवाले हो गए हैं। इसकी वजह से उनका सही ढंग से लालन-पालन नहीं हो पाता है। इससे बच्चे अपनी एक अलग दुनिया बना लेते हैं और समझते हैं कि वही सही है। लिव इन रिलेशन जैसी कुरीतियां इसी सोच की उपज हैं। अमीनुल हसन ने कहा कि ‘सशक्त परिवार सशक्त समाज’ अभियान के दौरान स्वस्थ परिवार और समाज के निर्माण के प्रति लोगों में जागरूकता लाने का प्रयास किया गया।
जमाअते इस्लामी हिन्द बिहार के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना रिजवान अहमद इस्लाही ने कहा कि बिहार में अभियान को गांव-गांव तक पहुंचाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान सभी धर्मों के लोगों ने कहा कि आधुनिकता और भौतिकवाद के कारण उनके समाज में भी कई प्रकार की कुरीतियां उत्पन्न हो गई हैं। उन्होंने कहा कि इन कुरीतियों पर नियंत्रण पाने के लिए सभी धर्म और वर्ग के लोगों को एक साथ ठोस प्रयास करने होंगे।