पटना : गांव स्वस्थ रहेगा तभी देश स्वस्थ रहेगा, लेकिन कोरोना महामारी गांव हो या शहर, अमीर हो या गरीब धर्म या जाति को नहीं पहचानता। इससे सतर्क रहना ही बचाव है। अमर-कुमुद चैरिटेबल ट्रस्ट रांची की ओर से अनगड़ा प्रखंड के हेंसल, नयाटोली, कठरटोली और तुरूप गांव में वैश्विक महामारी कोविड उन्नीस से बचाव के लिए जनजागरण अभियान के दौरान रांची विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डा०अमर कुमार चौधरी यह बात कही।
रजिस्ट्रार डा० चौधरी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारा भारतवर्ष गांवों का देश है और इसका दिल गांव में रहता है। देश के अन्नदाता भी यहीं रहते हैं इसलिए गांवों की देखभाल जरूरी है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि देश हमें सम्मान और सुरक्षा देती है इसके बदले हमें भी देश को इस मुश्किल घड़ी में मदद करनी चाहिए।
इसके लिए हर ग्रामीण एक छोटी राशि भी प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में भेज कर लोगों को मदद कर सकता है। डा०कुमुद कला मेहता ने कहा कि इस संकट की घड़ी में हम महिलाएं बच्चों के साथ घर में ही सिमट कर रहने को विवश हैं किंतु हमें डरने की जरूरत नहीं है। करोना वायरस से डरना नहीं है उसे हराना है। बच्चों पर विशेष ध्यान देना है क्योंकि स्कूल-कालेज बंद है, उनकी पढ़ाई-लिखाई का ख्याल भी हमें रखना है। यदि ऑनलाइन स्टडी सम्भव ना हो तो बच्चों को घर में ही पुरानी किताबों को पढ़ने, लिखने, पेंटिंग करने या किसी भी परियोजना पर कार्य करने की जिम्मेदारी दें।
इस दौरान जनजागरण अभियान के संयोजक सखीचंद महतो, समाज सेवी रामपोदो महतो विष्णु महतो, ब्रजेश कुमार महतो, मो०मुस्ताफा अंसारी, पूर्व मुखीया हाजी शमशुद्दीन, बलराम महतो, हरिलाल महतो, कामेश्वर महतो, मोती लाल महतो, धनेश्वर महतो, जितराम महतो, किरण देवी, कमला देवी, सुनिता देवी मुख्य रूप से उपस्थित थे। अभियान के दौरान जरुरत मंदों के बीच मास्क और साबुन का भी वितरण किया गया।