पटना : बिहार में फिर एक आरक्षी का शव पुलिस ने बरामद किया है। पिछले लगभग एक सप्ताह से आरक्षी चुन्नू अपने केन्द्र से गायब था। जिसकी जानकारी उसके पिता ने पुलिस को दी थी और अपने बेटे को बरामद करने की गुहार पुलिस से लगायी थी। लखीसराय पुलिस को अचानक सूचना मिली कि मुंगेर जिले के गंगा नदी के किनारे एक शव है। उसकी पहचान आरक्षी के रूप में हुई। इसके बाद पुलिस महकमे में हड़कम्प मच गया। लखीसराय के आरक्षी उपाधीक्षक रंजन कुमार ने कहा है कि मामले की जांच की जा रही है। मोबाइल फोन के कॉल डिटेल की जानकारी ली जा रही है। आसपास के लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है। उन्होंने कहा कि शव को प्रथम दृष्टया देखने से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि आरक्षी की हत्या की गई है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पायेगा।
प्रदेश के वैशाली जिले के महुआ अनुमंडल के महुआ थाना क्षेत्र के गोला रोड भदई चौक निवासी रविरंजन कुमार उर्फ चुन्नू लखीसराय में आरक्षी के पद पर कार्यरत था। वैशाली जिले में आरक्षी के परिजनों ने बताया कि चुन्नू 26 फरवरी की शाम से ही लापता था। उसके मोबाइल नंबर पर संपर्क नहीं हो पा रहा था और मोबाइल स्विच ऑफ मिल रहा था। लगातार संपर्क नहीं होने के कारण 2 मार्च को उसके पिता और परिवार के अन्य सदस्यों ने लखीसराय पुलिस लाइन पहुंच कर खोजबीन की, लेकिन खोजबीन के दौरान जानकारी मिली कि आरक्षी की ड्यूटी लखीसराय जेल में है। बैरक के सिपाहियों ने चुन्नू के बारे में कहा कि वह 27 फरवरी की सुबह 11 बजे बैरक से गया है और अब तक वापस नहीं आया है। मुंगेर जिले की पुलिस ने बताया कि जिले के डीह गांव में 3 मार्च 2021 को एक किसान ने गंगा नदी के किनारे एक शव देखा। जिसके बाद उसने पुलिस को जानकारी दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव अपने कब्जे में ले लिया। शव का चेहरा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण उसकी पहचान नहीं हो पा रही थी। पानी में रहने के कारण शव फूल गया था। शव के पास मोबाइल फोन और एक मेमोरी कार्ड था। मेमोरी कार्ड की छानबीन के दौरान लखीसराय के कुछ पुलिसकर्मियों की तस्वीरें मिलीं। इसके बाद लखीसराय पुलिस को मामले की जानकारी दी गयी। पुलिस जवान के परिजनों को लेकर मुंगेर पहुंचे जिन्होंने शव की पहचान की।