पटना : बिहार में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। उत्तर बिहार के जिलों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। राज्य के पूर्वी चंपारण जिले के बारह प्रखंड बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। जिससे लगभग छह लाख की आबादी प्रभावित हुई है। जिले के तेतरिया और महेसी प्रखंड का जिला मुख्यालय से सड़क संपर्क भंग हो चुका है। बंजरिया प्रखंड के तेरह पंचायत प्रखंड मुख्यालय से पूरी तरह कट चुके हैं। तुरकौलिया, केसरिया, फेनहारा और मोतिहारी प्रखंड में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर है। पश्चिमी चंपारण जिले में गंडक नदी पर बना गौतम बुद्ध सेतु के बयालीस नम्बर पाये के पास पश्चिमी छोर पर स्थित गाइड बांध टूट गया है जिस कारण चिउरही पंचायत के कई गांव पर बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है। वाल्मिकीनगर गंडक बराज से दो लाख सड़सठ हजार दो सौ क्यूसेक पानी गंडक नदी में छोड़ा गया है। दरभंगा जिले के केवटी प्रखंड में अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में बढ़ोत्तरी होने से कई सड़कों पर यातायात प्रभावित है। खिरमा-बिरखौली मार्ग पर तीन से चार फुट तक पानी बह रहा है, जिससे आवागमन पूरी तरह बंद हो गया है। मधुबनी जिले में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर है। जिले के बेनीपट्टी प्रखंड के चांदपुर-रजवा मार्ग पर बांध टूट गया है। मधुबनी के शहरी इलाकों में जलजमाव की स्थिति है। सीतामढ़ी जिले में बागमती तटबंध के अंदर स्थित कई गांव बाढ़ की चपेट में हैं। समस्तीपुर जिले में बूढ़ी गंडक नदी के जलस्तर मे भारी वृद्धि के कारण शहर के धरमपुर,पेठिया गाछी और मगरदही घाट समेत विभिन्न स्थानों के तटबंध के किनारे बसे 5 सौ से अधिक घरों मे बाढ़ का पानी घुस गया है। मंदिर और मदरसा भी बाढ़ के पानी मे डूब गए है। घरों मे बाढ़ का पानी प्रवेश कर जाने से लोगों के बीच तबाही मची है। लोग अपने सामानों को लेकर ऊंचे स्थानों पर पलायन कर रहे है। शहर के मगरदही घाट स्थित स्लुइस गेट से बूढ़ी गंडक नदी का पानी रिसाव होने से रामबाबू चौक, गणेश चौक और गुदरी बाजार समेत कई मुहल्लों मे बाढ़ का पानी फैल गया है जिसके कारण लोगों का जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। समस्तीपुर नगर निगम के महापौर तारकेश्वर नाथ गुप्ता ने बताया कि स्लुइस गेट की मरम्मत करायी जा रही है। श्री गुप्ता ने बताया कि बाढ़ प्रभावित लोगों को नगर निगम और जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।
पूर्व मध्य रेल के सुगौली-मझौलिया स्टेशन के बीच पुल संख्या-248 पर पानी के भारी दबाव के कारण सुगौली-नरकटियागंज रेल खंड पर ट्रेनों का परिचालन आज छठ्ठे दिन भी बंद है। मंडल रेल प्रबंधक अशोक माहेश्वरी ने बताया कि मंडल के समस्तीपुर-दरभंगा रेल खंड के रेल पुल संख्या-16 और एक पर भी बाढ़ के पानी का दबाव बना हुआ है। डीआरएम ने कहा कि रेल पुलों पर हर पल बढ़ते जलस्तर पर इंजीनियर निगरानी रख रहे हैं। रेल प्रशासन ने मंडल के हायाघाट-थलवारा स्टेशन के बीच बने रेल पुल संख्या-16 पर पानी के बढ़ते दबाव को देखते हुए इस पुल पर आमलोगों की आवाजाही पर रोक लगा दिया है। मुजफ्फरपुर जिले में भी बाढ़ का खतरा बना हुआ है। सीमांचल के जिलों कटिहार, अररिया और किशनगंज में छोटी नदियों ने तबाही मचा रखा है। सुपौल, सहरसा और मधेपुरा जिले में स्थिति सामान्य है। मुजफ्फरपुर-रक्सौल रेलखंड पर चार दिनों के बाद रेलगाड़ियों का परिचालन शुरू हो गया है, जबकि सुगौली- नरकटियागंज के बीच छठे दिन भी रेलगाड़ियों का परिचालन बाधित है। प्रदेश में पिछले चैबीस घंटों से उत्तर बिहार में कई स्थानों पर रूक-रूक कर बारिश हो रही है। राजधानी पटना सहित राज्य के दक्षिणी हिस्सों में भी कुछ जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई है। राज्य के मौसम विभाग के अनुसार अगले चौबीस घंटों के दौरान पश्चिमी, मध्य और पूर्वी बिहार के कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है जबकि पश्चिम बिहार में एक-दो स्थानों पर भारी बारिश का सम्भावना बनी हुई है।