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कृषि का विकास होगा तो बढ़ेगा देश

पशु मित्र प्रशिक्षण कार्यक्रम रूडसेट संस्थान में शुरू

पटना : बिहार के वैशाली जिले के जढुआ स्थित रूडसेट संस्थान में पशु मित्र प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू हुई। दो माह के इस कार्यक्रम का प्रायोजन श्री धर्मस्थला मंजुनाथेश्वर शिक्षण ट्रस्ट और केनरा बैंक ने किया है। संस्थान में 2 महीनों का पशु मित्र प्रशिक्षण, कृषि उद्यमिता के विकास के लिए युवाओं को दिया जा रहा है।

केन्द्र सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के की ओर से एक विशेष पहल पर प्रशिक्षण हो रहा है । कार्यक्रम के अंतर्गत देश के 8 जिलों में पशु मित्र और मत्स्य मित्र का प्रशिक्षण दिया जाना है। प्रशिक्षण बिहार के वैशाली और पूर्णिया तथा झारखंड के देवघर और बोकारो में हो रहा है। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान में युवा इसका प्रशिक्षण ले रहे हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से  प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के सचिव नागेंद्र नाथ सिन्हा ने किया।

उन्होंने  प्रशिक्षण के चयनित युवाओं से कहा कि कृषि के विकास से ही देश का विकास होगा। कृषि समेत अन्य क्षेत्र में उद्यमिता का विकास जरूरी है । सचिव ने प्रशिक्षणार्थियों को संदेश दिया कि लोगों के हित में ही काम करें। उन्होने सभी को इस क्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ने की भी सलाह दी। किसान उत्पादक समूह का संगठन बनाने को कहा।   कार्यक्रम के उद्घाटन कार्यक्रम में संयुक्त सचिव  लीना जौहरी ने सभी का स्वागत करते हुए इस प्रशिक्षण के विभिन्न पहलुओ पर चर्चा की। अपर सचिव  अलका उपाध्याय  ने प्रशिक्षणार्थियों को अपने क्षेत्र मे कृषि उद्यमी के तौर पर काम करने का संदेश दिया। श्री जीविका के अपर मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी राजीव कुमार रौशन ने कहा कि कृषि उद्यमिता के विकस में यह प्रशिक्षण एक महतव्पूर्ण भूमिका निभायेगी।

बेंगलुरू से आये  नेशनल एकादमी आफ रुडसेटी के अस्सेस्मेंट कंट्रोलर आर आर सिंह ने प्रशिक्षण की रुपरेखा पर चर्चा करते हुए इसकी मह्ता पर प्रकाश डाला। स्थानीय रूडसेट संस्थान के निदेशक संजीत कुमार  ने कहा कि यह एक विशेष प्रकार का प्रशिक्षण कार्यक्रम है।  संस्थान में अधिकतम इसका 45 दिनों का ही प्रशिक्षण दिया जाता है लेकिन यहां पर दो महीनों तक प्रशिक्षण दिया जायेगा।

उन्होंने कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में  प्रशिक्षणार्थियों को गाय,  भैस,  बकरी, कुक्कुट और सूअर पालन के विभिन्न तकनीकों को विस्तृत तरीके से जानकारी दी जाएगी। उनके रखरखाव, बेह्तर प्रबंधन,  स्वास्थ्य और इससे जुड़े स्वरोजगार के विभिन्न पहलुओं पर भी प्रशिक्षण मिलेगा। इस अवसर पर जीविका की रुची कुमारी, एसपीएम  अपरजिता, मैनेजर जाब्स  सौरभ गुप्ता, आनमिका, रूडसेट संस्थान के वरीय संकाय सदस्य अजीत कुमर,  संकाय ठाकुर सोनू कुमार सिंह समेत 35 प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।

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