पटना । श्री धर्मस्थला मंजुनाथेश्वर शिक्षण ट्रस्ट और केनरा बैंक प्रायोजित रूडसेट संस्थान तथा आरसेटी, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान के अध्यक्ष कर्नाटक के डॉक्टर डी वीरेंद्र हेग्ग्डे ने पूर्व केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री स्वर्गीय डॉक्टर रघुवंश प्रसाद सिंह को अपनी अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दी है। आरसेटी के राष्ट्रीय निदेशक बिपुल चंद्र साहा के लिखित पत्र में डॉक्टर हेग्ग्डे ने स्वर्गीय सिंह के जीवन और उनके रूडसेट संस्थान और आरसेटी की स्थापना के साथ उनकी माहान सोच का जिक्र किया। पत्र को बिहार में स्थित हाजीपुर रूडसेट के निदेशक संजीत कुमार, ने पूर्व मंत्री के शाह्पुर गांव जाकर शोककुल परिवार से मिल कर दिया। पत्र में डॉक्टर हेग्ग्डे ने स्वर्गीय प्रसाद के लिये अपनी गहरी शोक संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा है कि स्व. प्रसाद ने अपना जीवन संयम और सहजता के साथ बिताया। उनका सार्वजनिक जीवन, एक अच्छे सांसद और एक महान जमीनी स्तर के नेता की तरह था। शोक पत्र मे स्व. सिंह के रूडसेट संस्थान, केंद्रीय सचिवालय उजीरे, कर्नाटका के 2007 में दौरा का जिक्र किया गया है। पूर्व मंत्री के उस दौरे का विवरण देते हुए कहा गया है कि किस प्रकार रूडसेट संस्थान की ओर से ग्रामीण बेरोजगारों को दिये जा रहे प्रशिक्षण को देख कर स्व. सिंह ने संस्थान के मॉडल को देश के हर जिले मे स्थपित करने की बात कही थी। डॉ हेग्ग्डे ने उस समय स्व. सिंह के अनुरोध को स्वीकार किया। जिसके बाद देश के प्रत्येक जिले में ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान के नाम से संस्थान शुरू करने की ग्रमीण विकास मंत्रालय की कार्य योजना को स्वीकार किया गया। शोक पत्र में कहा गया है कि डॉ सिंह की ओर से देश में आरसेटी को आगे बढ़ाने में आरंभिक समर्थन वास्तव में ध्यान देने योग्य है। उन्होंने राज्य सरकारों के शीर्ष अधिकारियों, सभी राष्ट्रीयकृत बैंकों और ग्रमीण विकास मंत्रालय के अधिकारियों के साथ रोड मैप से संबंधित बैठकों की तीन संख्याएँ तैयार करायी। देश के सभी जिलों में ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान को जल्द स्थापित करने की बात कही। जिला अग्रणी बैंकों को संस्थान के निदेशक के रूप में और संस्थान को चलाने के लिए एक अधिकारी की तैनाती करके अपने संबंधित जिलों में आरसेटी को खोलने का निर्देश दिया गया। राज्य सरकारों को एक एकड़ भूमि आवंटित करने की सलाह दी गई। ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान (RSETIs) को परिसर के निर्माण के लिए एक करोड रुपये की साहयता रशि प्रदान करने की अनुमती दी गयी। पत्र में वर्ष 2008 में स्व. सिंह के बिहार में अपने गृह नगर हाजीपुर में रूडसेटी खोलने की पह्ल की भी चर्चा की गई है। डॉ हेग्ग्डे ने कहा है कि रघुवंश प्रसाद सिंह पेशे से प्रोफेसर होने के कारण देश में आरसेटी के सुचारू संचालन में गहरी रुचि लेते थे। उन्होंने ग्रमीण विकास मंत्रालय के सचिव के साथ ग्रामीण स्व रोजगार प्रशिक्षण संस्थान की ओर से आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा करने की भी शुरूआत की थी। इसी तरह संस्थान के पदाधिकारियों के रख-रखाव और निगरानी और प्रशिक्षण का ध्यान के लिए 2011 में डी वीरेन्द्र हेग्ग्डे के साथ ऐतिहासिक एमओयू भी हुआ था।