Google Mera Naam Kya Hai

Google Mera Naam Kya Hai

ओके गूगल मेरा नाम क्या है

गूगल मेरा नाम क्या है

पृथ्वी पर जब से मानव आया उसके मन में आविष्कार करने की फितरत रही। हर नयी चीज या वस्तु को वह खोजी नजरों से देखता है। जब इंटरनेट आया और उसके बाद गूगल ने पूरे विश्व को एक सूत्र में पिरो दिया तो लोग उसे खोजी नजरों से देखने लगे। कुछ दिनों से भारतीय समाज में उसे बाबा कहा जाने लगा और हर कोई कहने लगा-अरे गूगल बाबा से पूछ लो।

युवा भी कहा मानने वाले थे। उन्होंने उस पर हाथ आजमा डाला और कुछ न सूझा तो उससे अपना नाम ही पूछना शुरू कर दिया। गूगल एक कम्प्यूटर आधारित कुछ शब्दों पर आधारित एक किताब है या माना जा सकता है। जिसमें हर कुछ उपलब्ध है।

गूगल ने अपने हिसाब से काम करना शुरू किया और उसने Hello google mera naam kya hai पूछने पर उसी तरीके से ई-मेल के नाम के आधार पर उत्तर Answer देना भी शुरू कर दिया। जो लोग या युवक नयी तकनीक से पूरी तरह वाकिफ नहीं थे उनके लिए यह चकित करने वाली बात थी। इसे इस उदाहरण से समझा जा सकता है कि एक गांव का व्यक्ति शहर आता है। उसने कार नहीं देखी हो और उसे कार में बैठने का मौका मिल जाये। तो वह चकित हो जाता है।

गूगल ने मेरा नाम क्या है Mera Naam Kya Hai का उत्तर किसी भी व्यक्ति के ई-मेल में दिये गये नाम Name के आधार पर देना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने इसे छोटे बच्चों के खेलने का तरीका बना लिया। इसके साथ ही Google नाम के साथ ही कुछ अन्य प्रश्नों के उत्तर भी देता है। जैसे मैं किस स्थान पर हूं, आज कौन दिन है, समय क्या है। Google इन प्रश्नों का उत्तर आसानी से देता है। इसका मुख्य कारण है कि यह एक कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर है। जिसमें सब कुछ पहले से ही सेट किया हुआ है।

Technology हर दिन बदल रही है। इन सबका निर्माण करने वाले इसे इस प्रकार तैयार कर रहे हैं कि यह एक सहायक की तरह काम करे। इससे हर वह काम कराया जा सके, जिसके लिए अभी तक किताब या कोई अन्य सामान और व्यक्ति की आवश्यकता पड़ती थी।

अभी आप किसी नये स्थान पर हैं और आपको उस जगह की पूरी जानकारी चाहिए। गूगल है। कोई नया Resturant खोजना है गूगल है। पहले किसी नये शहर में स्थान या कोई जानकारी के लिए उस शहर में रहने वाले का सहारा लेना पड़ता था या सड़क पर जहां पर आप खड़े होते थे उस स्थान से गुजरने वाले किसी व्यक्ति से पूछना पड़ता था। वर्तमान समय में आप Google में रास्ते की पूरी जानकारी भर दें और चुपचाप अपनी गाड़ी में बैठ जायें, गूगल आपको सही स्थान पर पहुंचा देगा।

गूगल ने इसके लिए अब एक Google Assistant नामक सॉफ्टवेयर का निर्माण कर दिया है। आप जब गूगल में पूछेंगे कि गूगल मेरा नाम बताओ तो उसके लिए गूगल के गूगल सहायक अर्थात Google Assistent का प्रयोग करना होगा। इस गूगल सहायक को आप अपने मन मुताबिक Customize भी कर सकते हैं।

प्रश्न यह है कि इसकी जानकारी कैसे हो और इसे कैसे किया जाये। इसके लिए कुछ तरीका अपनाना होगा। जिसकी जानकारी यहां पर दी गयी है।

How do I install Google assistant? गूगल असिस्टेंट कैसे इस्तेमाल करें?

इसके कई चरण हैं : – 

 

Step-one :   Google Play Store जायें। अब यहां से Google Assistant एप को अपने मोबाइल या कम्प्यूटर में डाउनलोड करें।

hello google aap ka naam kya hai

 

Step-two : इसके बाद अब Google Assistant को खोलें। खोलने के बाद एक माइक का चिन्ह दिखेगा। वहां पर क्लिक कर अपना नाम पूछने के लिए प्रश्न करें। Ok Google mera naam kya hai । आपका जो नाम ई-मेल(E-mail) में होगा उत्तर में वहीं नाम सामने आयेगा।

google batao mera naam kya ha

Step-three :  अगर आपका नाम Google में या ई-मेल पर संरक्षित Save नहीं है तब गूगल आपसे आपका नाम की जानकारी मांगेगा। उसके पूछने पर आप जो नाम चाहते हैं उसे बता दें।

Step-four : गूगल इसे अपने यहां रखने के लिए आपसे एक बार फिर हां या ना का प्रश्न करेगा। इसके बाद आप हां yes कह दें।

 

Step-five : अब आप फिर से गूगल से प्रश्न करें। Google mera kya naam hai।  गूगल जिस नाम को आपने हां कहा है उसे बता देगा।

 

इस प्रकार Google Assistant को अपना नाम बताकर उससे अपना नाम पूछा जा सकता है। इस तरह से अगर किसी को अपने अन्य परिजनों जैसे चाचा, चाची, नाना-नानी के साथ मां-बाप, भाई-बहन के नाम को भी किसी के सामने बताना हो तो उसे यहां पर सेव अर्थात रख कर बता सकते हैं।

 

साथ ही आप गूगल सहायक assistant की सहायता से अपने Smartphone में बोलकर अनेक प्रकार के काम कर और करा सकते हैं, लेकिन इसके लिए Ok Google को कुछ तरीके से सेट Set करना होगा।

 

गूगल असिस्टेंट Google assistant के कुछ महत्वपूर्ण फीचर हैं। जिनकी जानकारी यहां दी जा रही है।

Google Assistant के फ़ीचर क्या हैं :

  1. अपने मोबाइल में सेव Save किसी भी फोन नम्बर अर्थात कांटेक्ट contact को फ़ोन लगाने के लिए बोला जा सकता है।
  2. मोबाइल फ़ोन पर बार-बार आने वाले संदेश Message और नोटिफिकेशन की जानकारी Google से पूछी जा सकती है। उसे पढ़ने के लिए कहा जा सकता है।
  3. गूगल असिस्टेंट से आप जो भी प्रश्न पूछेंगे वह तत्काल आपके सामने हाजिर कर देगा।
  4. गूगल असिस्टेंट की सहायता Help से आप किसी भी सांग Song का नाम बोलकर उसे चलाने के लिए संदेश दिया जा सकता है। जिसके बाद गूगल सहायक उसे चलायेगा।
  5. मोबाइल में रखे गये किसी भी एप्पलीकेशन Application को खोला जा सकता है।
  6. इस गूगल असिस्टेंट की मदद से अपने दोस्तों की तरह बात की जा सकती है। जो एक रोमांचक अनुभव देता है।
  7. मौसम Weather न्यूज News जैसी जानकारी भी इससे ली जा सकती है। इसके साथ ही कई अन्य जानकारियां भी यहां पर मिलती हैँ।
  8. एक प्रकार से कहा जाये तो यह एक साथी के रूप में कार्य करता है। इस पर अन्य कई शानदार और मजेदार जानकारी मिलती है। उसे आसानी से आजमाया जा सकता है।

क्या क्या प्रश्न कर सकते हैं गूगल से

गूगल मेरा नाम क्या है?
ओके गूगल मेरा नाम क्या है?
गूगल मेरा नाम क्या है हिंदी में?
Google aapka kya naam hai?
आज मौसम कैसा है?
क्या Starbucks अब भी खुला है?
कोई चुटकुला सुनाओ। मुझे कोई दिलचस्प बात बताओ।

मेरा नाम क्या हैं क्यों महत्वपूर्ण हैं :

इस पृथ्वी पर नाम सबसे महत्वपूर्ण है। बिना नाम के सजीव हों या निर्जीव नहीं हैं। हवाई-जहाज, बस, ट्रेन, पशु-पक्षी का कोई न कोई नाम अवश्य है। हर कोई जो इस स्थान पर नाम से अपनी पहचान बनाता है और नाम से ही उसकी पहचान है। इस नाम से ही उसके कर्मों की पहचान होती है। मृत्यु के बाद लोग नाम तभी लेते हैं जब उसके कर्म अच्छे होते हैं। अगर किसी ने बुरा या असामाजिक कार्य किया है तो लोग उसे उस कर्म के नाम से पुकारते हैं या संबोधित करते हैं, लेकिन नाम आवश्यक है। शेर हो, बाघ हो या चीता। Joe Biden हों भारतवंशी Narendra Modi, सभी का नाम है। हर किसी को इस नाम से प्यार भी होता है। वह चाहता है कि पूरा विश्व उसे नाम से जाने। महान फुटबॉलर Diego Maradona को कौन नहीं जानता। भारत के Mahatma Gandhi का नाम आज भी हर देश में सम्मान के साथ लिया जाता है। किसी भी देश या क्षेत्र में नाम करने के लिए काफी त्याग करना होता है और सहनशक्ति होनी चाहिए। वर्तमान समय में हर मानव अपने स्वार्थ के अनुसार ही कार्य कर रहा है।

 

Google Pe Kya Search Nahi Karna Chahiye

मानव हमेशा से खोज करता रहा है। युवा वर्ग इसमें सबसे आगे होता है। जब तकनीकी साधन नहीं थे तो लोग पूछ कर और पढ़ कर जानकारी साझा करते थे। उस समय व्यक्ति का महत्व काफी होता था। जो जितना ज्यादा जानकार होता था उसकी उतनी ही पूछ होती थी। लोग उसकी कद्र करते थे। किसी भी बात की जानकारी लेने के लिए उस व्यक्ति के पास जाते थे, लेकिन विश्व में जब तकनीक ने दस्तक दी तो लोग उससे अपनी समस्याओं का समाधान खोजने लगे।

कम्प्यूटर और इंटरनेट की तकनीक ने लोगों की इसमें काफी मदद की। कम्प्यूटर पर गूगल नामक सर्च करने वाले साफ्टवेयर की पूछ काफी बढ़ गयी। लोग कुछ भी इस पर जाकर खोजने लगे, लेकिन तकनीक कोई व्यक्ति नहीं था। जो समझ कर जानकारी साझा करे। जिससे उस पर कुछ भी खोजा जाने लगा। जो मानव समाज के लिए सही नहीं था। कुछ असामाजिक कार्य करने वालों ने इसका भरपूर उपयोग किया। इसके बाद सजग लोगों ने और कुछ देश की सरकारों ने इस पर ध्यान दिया है। लोगों को जानकारी दी जाने लगी कि आप हर उस बात की खोजबीन इस माध्यम से नहीं करें। जिससे आप परेशानी पड़ सकते हैं।

इस तकनीक के जानकारों ने लोगों को बताना शुरू किया है कि इससे आप परेशानी में पड़ सकते हैं। गूगल पर कभी भी अपनी पहचान या किसी स्थान की खोज बार-बार न करें। जिससे कोई अन्य व्यक्ति आपकी बात को जान सकता है और उसके बाद आपको खतरा हो सकता है।

शरीर ने नयी उम्र को हमेशा आकर्षित किया है। पुरूष को स्त्री और स्त्री को पुरूष शरीर ने आकर्षित किया है। जो जानकारी युवाओं को विवाह के बाद मिलती थी इस तकनीक ने बच्चे को उपलब्ध करा दिया है। जिससे समाज में कई समस्याएं उत्पन्न हो गयी हैं। इसलिए इसकी खोज कभी भी नहीं करनी चाहिए।

इस तकनीक के जानकारों का कहना है कि इस स्थान अर्थात गूगल पर किसी दवा या बीमारी की खोज नहीं करनी चाहिए, अन्यथा असामाजिक कार्य करने वाले इसका सीधा लाभ उठाते हैं और गलत जानकारी देना शुरू कर देते हैं। उनका कहना है कि इस स्थान पर बताये गये दवा को काफी जानकर और समझ कर ही खरीदना चाहिए या उसका उपयोग करना चाहिए। अन्यथा संकट का सामना भी करना पड़ सकता है।

 

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